SSD क्या है?
SSD का फुल फॉर्म होता है Solid State Drive। यह भी हमारे कंप्यूटर में उपलब्ध Hard disk की तरह ही Data स्टोर करने का ही काम करती है लेकिन Hard Disk की तेज़ काम करती है |ये भी एक Memory device है Pen drive के तरह |
SSD की ख़ास बाते हैं की यह HDD के मुकाबले बहुत फ़ास्ट efficient और कम power consume करती है। SSD flash storage का ही एक रूप होती है जिस तरह से मेमोरी कार्ड या पेन ड्राइव होते हैं।
SSD की ख़ास बाते हैं की यह HDD के मुकाबले बहुत फ़ास्ट efficient और कम power consume करती है। SSD flash storage का ही एक रूप होती है जिस तरह से मेमोरी कार्ड या पेन ड्राइव होते हैं।
HDD Vs SSD
- SSD की स्पीड Hard Disk से फ़ास्ट होती है जबकि Hard Disk SSD से बहुत ज्यादा स्लो होती है।
- अगर पॉवर की बात करें तो Hard Disk के मुकावले काफी कम पॉवर लेती है।
- SSD एक नार्मल Hard Disk के मुकाबले साइज़ में भी छोटी होती है और क्यूंकि Hard Disk एक mechenical ड्राइव होती है जो disk के घुमने से चलती है इसलिए यह थोडा नॉइज़ भी करती है जबकि SSD एक Flash Storage deivce होता है जिसमे चिप्स लगे होते हैं इसलिए यह बिलकुल भी नॉइज़ नहीं करती।
- SSD, Hard Disk के मुकाबले काफी मेहेंगी होती है अगर आप 120 GB SSD ड्राइव लेते हैं तो यह आपको लगभग 4,000 रुपये तक पड़ सकती है जबकि इसी प्राइस की अगर आप Hard Disk खरीदते हैं तो आप 1TB तक की storage वाली Hard Disk खरीद सकते हैं।
SSD के कई टाइप्स होते हैं जिन्हें उनकी कनेक्टिविटी और स्पीड के हिसाब से बाटा गया है जो कुछ इस प्रकार है।
1) SATA SSD:
इस तरह की SSD दिखने में एक लैपटॉप Hard Drive की तरह ही होती है जो सिंपल SATA कनेक्टर को सपोर्ट करती है बिलकुल वैसे ही जैसे की Hard Disk। यह SSD का सबसे सिंपल फॉर्म फैक्टर है जिसे आप देखकर ही पहचान सकते हैं। सबसे पहले मार्केट में इसी तरह की SSDs आई थी और अभी भी चलती है। इस तरह की SSD को आजकल चलने वाले किसी भी PC में इस्तेमाल किया जा सकता है।
2) mSATA SSD:
mSATA यानी micro SATA SSD नार्मल SATA SSD से connectivity और form factor दोनों में अलग होती हैं यह नार्मल SSD से साइज़ में काफी छोटी और दिखने में काफी अलग होती है यह एक तरह से सामान्य RAM स्टिक की तरह दिखाई देती है और इसकी कनेक्टिविटी की बात करें तो इसे हर PC में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता इसको इस्तेमाल करने के लिए आपके PC mSATA पोर्ट का होना बहुत जरूरी है इस तरह की SSDs लैपटॉप में इस्तेमाल की जाती है।
3) M.2 SSD:
इस तरह की SSDs दिखने में तो mSATA की तरह ही होती हैं लेकिन यह इसका अपडेटेड वर्शन है जो mSATA से फ़ास्ट तो है ही लेकिन छोटी होने के बावजूद भी यह दोनों तरह की कनेक्टिविटी को सपोर्ट करती है यानी इसे आप नार्मल SATA केबल से भी कनेक्ट कर सकते हैं और mSATA से भी mSATA एक PCI-E एक्सप्रेस पोर्ट की तरह ही होता है लेकिन यह थोडा छोटा और specially इस तरह की SSDs को कनेक्ट करने में ही काम में लिए जाता है।
SSD कैसे काम करती है?
Hard Disk में एक मैग्नेटिक disk होती है जिसके घुमने की बजह से Hard Disk में data ट्रान्सफर और एक्सेस हो पता है लेकिन SSD में ऐसा नहीं होता इसमें सारा काम सेमीकंडक्टर के द्वारा होता है इसमें कई सारी cheaps लगी होती हैं बिलकुल RAM की तरह और क्यूंकि सेमीकंडक्टर मैगनेट से ज्यादा अच्छे से आपस में कम्यूनिकेट कर लेते हैं इसीलिए यह इतनी फ़ास्ट होती है।
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