दुनिया भर में डाटा बैंक की बड़े पैमाने पर खरीद-फरोख्त और चोरी ने एक नए तरह के जॉब का जन्म दिया है - ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी। विश्व में सबसे ज्यादा मांग वाली नौकरियों में इस वक्त इस स्किल वालों की डिमांड दूसरे नंबर पर है। इसके विशेषज्ञों के लिए हर घंटे दस हजार, कुल लगभग एक करोड़ रुपए तक का सालाना पैकेज सुर्खियों में हैं।
जानकार बता रहे हैं कि फेसबुक डाटा लीक के पीछे लगभग तेरह लाख करोड़ का बाजार रहा है। इस समय विश्व में लगभग चार हजार डाटा ब्रोकरिंग कंपनियां सक्रिय हैं। जो कलेक्ट कंज्यूमर डाटा को एनालाइज करती रहती हैं। एक रिसर्च के मुताबिक दुनिया में डाटा ब्रोकरिंग दो सौ अरब डॉलर की इंडस्ट्री बन चुकी है। इस डाटा मार्केट से दुनिया भर में तमाम तरह की कंपनियां, रिसर्च फर्म, बड़ी पीआर एजेंसियां डाटा की खरीद-फरोख्त कर रही हैं। फेसबुक, गूगल, अमेजन आदि इस कतार में हैं। डाटा मार्केट में आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस सबसे अहम भूमिका में है। एक रिपोर्ट के अनुसार आजकल लगभग डेढ़ हजार बड़े ब्रांड स्टोर लॉयटी कार्ड से लोगों के डाटा ब्रोकरिंग का धंधा कर रहे हैं। उनके पास दुनियां के करोड़ो-करोड़ उद्यमियों, उद्योगपतियों, बड़े नौकरशाहों के हाई नेट वर्थ, सैलरी, क्रेडिट कार्ड, घर के पते, फोन नंबर, ईमेल आईडी, ऑनलाइन खरीद के ब्योरे, उम्र, वैवाहिक स्थिति आदि के डाटा स्टोर कर बेचे जा रहे हैं। ये डाटा रोजाना बड़ी संख्या में दस हजार रुपए से लेकर एक लाख तक में जरूरतमंदों को सेल हो रहे हैं।
हमारे देश में हाल के दिनो में बैंकिंग सेक्टर में कई बड़े घोटाले हुए हैं, जिनकी जांच में सीबीआई तक को इन्वॉल्व होना पड़ा है। इसे रोकने का एक अदद उपाय अब ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में नजर आ रहा है। जबकि आज पूरा कम्प्यूटर जगत डाटा के चक्रव्यूह में आ चुका है, सांस्थानिक सुरक्षा की दृष्टि से ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी किसी खतरनाक संकट से बचा सकती है। इस संकट से एक और तरह की नई उम्मीद की किरण भी फूटी है। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी ने नई तरह की नौकरियों के लिए एक नया दरवाजा खोल दिया है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकिंग-पेमेंट्स, साइबर सिक्युरिटी, सप्लाई चेन मैनेजमेंट, फॉरकास्टिंग, नेटवर्किंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, इंश्योरेंस, प्राइवेट ट्रांसपोर्ट, राइड शेयरिंग, क्लाउड स्टोरेज, चेरिटी, वोटिंग, गवर्नमेंट डिपार्टमेंट, हेल्थकेयर, एनर्जी मैनेजमेंट, ऑनलाइन म्यूजिक, रिटेल, रियल एस्टेट, क्राउडफंडिंग आदि क्षेत्रों में अब इसके लिए अलग से नौकरियां पैदा हो चुकी हैं।
ऐसा कहा जा रहा है, कि आगामी दस-बारह साल बाद सभी परंपरागत बैंकिंग सेक्टर की नौकरियां अब ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के माध्यम से ही मिलना संभव होगा। दुनिया में जिन बीस तरह की विशेष योग्यता वाले कर्मियों की सबसे ज्यादा मांग है, उनमें अभी से ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी स्किल्स वालों की मांग सेकंड नंबर पर है। पिछले एक साल में ही इसकी डिमांड दो गुनी हो चुकी है। इसमें कमाई का आलम ये है कि ब्लॉकचेन डेवलेपर्स की प्रति घंटे दस हजार रुपए तक हो चुकी है। इस वक्त से अमेरिका में ब्लॉकचेन डेवलपर सालाना डेढ़ लाख डॉलर से ज्यादा ले रहे हैं।
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है ?
Blockchain एक ऐसी Technology है जिसे Financial Transaction रिकॉर्ड करने के लिए प्रोग्राम किया गया है। यह एक digital System है, जिसमे एक इंटरनेट टेक्नोलॉजी की अंतर्निहित मजबूती है| जो अपने नेटवर्क पर समान जानकारी के ब्लॉक को संग्रहित कर सकता है|ब्लॉक-चैन डिजिटल जानकारी (डेटाबेस) को वितरित करने की क्षमता रखता है अर्थात यह एक डिस्ट्रिब्यूटेड नेटवर्क की तरह कार्य करता है| Database के सभी रिकॉर्ड एक Computer मेंStore नहीं होते बल्कि 1000 कम्प्यूटर्स या लाखों कम्प्यूटर्स में वितरित होते है| ब्लॉक चैन का हर एक कंप्यूटर हर एक रिकॉर्ड के पूरे इतिहास का वर्णन कर सकता है| यह डेटाबेस एन्क्रिप्टेड है और गोपनीय तरीके से दर्ज किया गया है|
ब्लॉकचैन फाल्ट टोलेरंट(fault Tolerant) भी है यानि इस सिस्टम में यदि एक कंप्यूटर खराब भी हो जाता है तो यह सिस्टम काम करता रहता है| इसमें कोई भी नए समझौते या रिकार्ड्स को दर्ज करना होता है तो इस के लिए कई साझेदारों (कम्प्यूटर्स) की स्वीकृति की जरुरत पड़ती है|
इसे हैक करना बहुत ही मुश्किल है, क्योकि हैकर को डाटा बेस हैक करने के लिए एक साथ कई हजारो Computers को हैक करना पड़ेगा| यही कारण है की Block-chain तकनीकी एक सुरक्षित और सरल तकनीकी है|
ब्लॉकचैन का पहला प्रयोग 2008 में हुआ था| जब BITCOIN नामक एक डिजिटल मुद्रा का अविष्कार हुआ| Block chain का प्रयोग केवल बिटकॉइन के लिए ही नहीं किया जा सकता, बल्कि कही भी कर सकते है जहां भरोसा, गारंटी के लिए एक बिचौलिय की जरूतर है|
BLOCKCHAIN TECHNOLOGY का सर्वोत्तम एव सब से बड़ा उदाहरण BITCOIN है। यह technology सुरक्षित है और इसे hack करना मुश्किल है । cyber crime और hacking को रोकने के लिए यह technology सुरक्षित मानी गयी है । भारत मे तेलंगाना और आंध्रप्रदेश मे pilot project के तौर पर इसकी शुरुआत की गयी है । इसका इस्तेमाल आंकड़ो के सुरक्षित भंडार के रूप मे किया जा सकता है ।
MASTERCARD इसी तरह के एक नेटवर्क पर काम कर रहा है
ब्लॉकचैन का प्रयोग शिक्षा में भी हो सकता है, छात्रों को कागजी डिग्री की बजाय ब्लॉकचैन निर्मित डिग्री दी जा सकती है| इससे जाली डिग्री की समस्या का समाधान हो सकता है|
ब्लॉक चैन का उपयोग:
इन सभी क्षेत्रो में Block-Chain तकनीकी का उपयोग किया जा सकता है.- सूचान प्रौद्योगिकी और डाटा प्रबंधन में;
- सरकार और संगठनात्मक प्रशासन में;
- शिक्षा में;
- गेमिंग प्रणाली में;
- शेयर बाजार और कमोडिटीज में;
- सामाजिक नेटवर्क में;
- डिजिटल पहचान और प्रमाणीकरण में;
- रियल एस्टेट में;
- सामुदायिक सेवा में;
- नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर में;
- मीडिया और बाजार में
- ई–वोटिंग आदि में.
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